kejriwal model vs uttarakhand govt model

देहरादून : दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उत्तराखंड सरकार में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के बीच दिल्ली सरकार तथा उत्तराखंड सरकार के विकास मॉडल को लेकर आज यानी 04 जनवरी को होने वाली खुली बहस नहीं हो पाई। केजरीवाल बनाम उत्तराखंड सरकार मॉडल पर खुली बहस के लिए सोमवार को देहरादून स्थित IRDT ऑडिटोरियम पहुंचे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया काफी देर तक उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का इंतजार करते रहे। करीब 40 मिनट तक कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का इंतजार करने के बाद मनीष सिसोदिया वहां से चले गए। खुली बहस में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के न पहुंचने पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने त्रिवेंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अब विश्वास हो गया है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जीरो वर्क सीएम हैं। सिसोदिया ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार में केजरीवाल मॉडल के सामने खड़े होने की हिम्मत ही नहीं है। यही वजह है कि चुनौती स्वीकार करने के बाद भी वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री अपनी सरकार के जनहित में किए गए पांच कार्य गिनाने और उन पर चर्चा करने के लिए नहीं आए। उन्होंने उत्तराखंड सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब सरकार ने कोई काम किया ही नहीं तो गिनाएगी क्या, अब मुझे यकीन हो गया है कि त्रिवेंद्र सरकार जीरो वर्क सरकार है।

बतादें कि पिछले महीने ही अपने कुमाऊं दौरे पर आए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपने चार वर्ष के कार्यकाल में किए गए जनहित के कोई पांच कार्य गिनाने को कहा था। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रदेश के विकास कार्यों पर खुली बहस की चुनौती भी दी थी। इस पर मुख्यमंत्री की तरफ से शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने मोर्चा संभालते हुए काम गिनाने की चुनौती स्वीकार कर ली थी। जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने मदन कौशिक से खुली बहस का दिन और समय बताने को कहा था, मगर कौशिक ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इस पर मनीष सिसोदिया ने खुद उन्हें पत्र भेजकर चार जनवरी को दिन के 11 बजे सर्वे चौक स्थित आइआरडीटी सभागार में खुली बहस के लिए आमंत्रित कर दिया। जिसके बाद आज मनीष सिसोदिया उत्तराखंड सरकार द्वारा बीते 4 वर्ष में किये गए जनहित के कार्यों खुली बहस के लिए सोमवार को देहरादून स्थित ऑडिटोरियम पहुंचे। परन्तु उत्तराखंड सरकार में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक नहीं पहुंचे। जिसके चलते उत्तराखंड सरकार के विकास मॉडल को लेकर आज होने वाली खुली बहस नहीं हो पाई। हालाँकि उत्तराखंड सरकार के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की चुनौती को स्वीकार तो किया, लेकिन आमने सामने की बहस से किनारा कर लिया। कौशिक ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता राजनीतिक रूप से कतई गंभीर नहीं हैं और दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के पत्र से यह जाहिर हो रहा है। बहस उन्हीं से की जा सकती है, जो बहस के प्रति गंभीर हों। कौशिक ने कहा कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री सिसौदिया की ओर से उन्हें भेजे गए पत्र में तथ्यात्मक रूप से गलती है। यह पत्र सरकारी पैड पर भेजा गया है और इसमें बहस के लिए जनवरी 2020 की तिथि दी गई है, जो कब की बीत चुकी है। कौशिक के मुताबिक उन्होंने इस पत्र का जवाब दिया है, लेकिन बहस का सवाल इसलिए नहीं बनता, क्योंकि आम आदमी पार्टी की सरकार राजनीतिक रूप से गंभीर नहीं है।