Parliament march on May 1

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड के पदाधिकारियों की बैठक आज देहरादून में संपन्न हुई। बैठक में ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश के जिलों के पदाधिकारी भी जुड़े। प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि मोर्चे द्वारा पुरानी पेंशन बहाली हेतु अप्रैल माह में पुरानी पेंशन बहाली पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसके निमित्त प्रत्येक दिवस भिन्न भिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलंद की जाएगी। इन समस्त कार्यक्रमों में प्रदेश के अधिक से अधिक कार्मिकों को सम्मलित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से 1 मई संसद मार्च की तैयारी की जाएगी।

बैठक में मोर्चे के प्रांतीय आईटी सेल प्रमुख अवधेश सेमवाल ने कहा कि मोर्चे का एकमात्र मिशन पुरानी पेंशन है। पेंशन पखवाड़े के माध्यम से उत्तराखंड में 2024 तक पेंशन प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है। मोर्चे के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष पूरण फर्स्वाण ने कहा कि किसी भी कीमत पर उत्तराखंड का कार्मिक पुरानी पेंशन बहाली चाहता है। फर्स्वाण ने कहा कि गैरसैंण विधानसभा सत्र में वित्त मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के दिये गए बयान का उत्तराखंड के समस्त कार्मिक घोर विरोध करते हैं।

गढ़वाल मंडल महासचिव नरेश कुमार भट्ट ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई ब्लॉक स्तर से लेकर गांव गांव तक लड़ी जाएगी। कार्मिकों के साथ साथ उत्तराखंड का जन जन पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई लड़ेगा। मोर्चे की रुद्रप्रयाग महिला उपाध्यक्ष शशि चौधरी ने कहा कि पेंशन बहाली की लड़ाई उत्तराखंड की महिला कार्मिक वीरांगनाओं की भूमिका अदा करेंगी। उत्तराखंड के कार्मिकों के साथ अन्याय बर्दाश्त नही किया जाएगा। मोर्चे के टिहरी जनपद के जिलाध्यक्ष राजीव उनियाल ने कहा उत्तराखंड के टिहरी का इतिहास क्रांति का रहा है और यह क्रांति पुरानी पेंशन बहाली के लिए भी दिखेगी।

मोर्चे के जनपद चमोली महासचिव सतीश कुमार ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2024 तक पुरानी पेंशन बहाली का है और हम इसे प्राप्त कर के रहेंगे। मोर्चे के देहरादून जिलाध्यक्ष माखन लाल शाह ने कहा पेंशन पखवाड़े के अंतर्गत देहरादून जनपद में भी व्यापक कार्यक्रम किये जायेंगे। मोर्चे की जनपद चमोली महिला उपाध्यक्ष  लक्ष्मी नेगी ने कहा यदि उत्तराखंड में जल्द ही पुरानी पेंशन बहाली नही की गई तो आने वाले लोकसभा चुनावों में सरकार को कर्मचारियों के रोष का सामना कर पड़ सकता है।

बैठक में राकेश रावत, कमलेश कुमार मिश्र, प्रवीण घाघट, अरविंद सिंह, अनुसूया प्रसाद जुगराण, बलवीर रावत, मनोज ध्यानी, दिवाकर हलदार, सुनील रतूडी, अमिता भट्ट, सहित आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।