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जननायक हेमवती नंदन बहुगुणा जन्म शताब्दी समारोह समिति द्वारा आज समिति के राष्ट्रीय समन्वयक धीरेंद्र प्रताप के संयोजन में एक अखिल भारतीय वीडियो कांफ्रेंसिंग श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से आजादी के नायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के 101वें जन्म दिवस पर आयोजित की गई।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग श्रद्धांजलि सभा को अन्य लोगों के अलावा जननायक हिम्मती नंदन बहुगुणा जन्म शताब्दी समारोह समिति के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री व सांसद नील लोहित दास नाडर, उत्तराखंड में प्रतिपक्ष की नेता और स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की बहुत करीबी सहयोगी रही श्रीमति इंदिरा हृदयेश, उत्तराखंड कांग्रेस के भूतपूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, उत्तराखंड सरकार के पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी, चिनिहित राज्य आन्दोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हरिकिशन भट्ट, वरिष्ठ पत्रकार और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी प्रदीप वेदवाल, रुड़की से स्वर्गीय: बहुगुणा के सहयोगी रहे सुभाष सरीन, उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष एसपी सिंह इंजीनियर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हरिपाल रावत अलीगढ़ विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और स्वर्गीय बहुगुणा के निकट सहयोगी जैड के फैजान और इदरीश कुरेशी और गढ़वाल विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मंत्री योगेंद्र खंडूरी ने संबोधित किया। स्वर्गीय बहुगुणा के पुत्र विजय बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी,भाजपा के सचिव कामरेड अतुल कुमार अंजान वीडियो कांफ्रेंस में जोड़ने में हाई परेशानियों का जिक्र करते हुए स्वर्गीय बहुगुणा को याद किया और कहा उनका देश की आजादी और देश के नव निर्माण में जबरदस्त योगदान था और वह सिद्धांतों के पक्के थे। उन्होंने हमेशा सिद्धांतों के लिए दलों को छोड़ा था और सत्ता से नाता तोड़ा था। श्री हरीश रावत ने कहा कि उन्हें  एम्स अस्पताल में अपने इलाज के लिए जाना पड़ा इस वजह से 12:00 से 1:00 तक डॉक्टर से समय होने के कारण उन्हें अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा ।इससे पूर्व श्रीमती इन्दिरा हृदयेश  ने स्वर्गीय बहुगुणा को सिद्धांतों का धनी नेता बताया और प्रशासक के रूप में बहुत ही अच्छी  पकड़ वाला प्रशासक बताया। श्री नील लोहित दास नाडर ने स्वर्गीय बहूगुणा जी के द्वारा उठाए गए कई ऐतिहासिक कदमों का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने अपने जीवन में देश की राजनीति को बहुत प्रभावित किया ।उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल श्री अजीज कुरैशी ने बहुत कोशिश की परंतु वीडियो से जुड़ नहीं  जुड़ पाए परंतु बाद में एक संदेश में उन्होंने कहा की स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा सिद्धांतों के बहुत पक्की नेता थे और उन्हें हमेशा संघर्षों से जूझने और विजय हासिल करने का एक जज्बा था। धीरेंद्र प्रताप ने अपने संबोधन में कहां बहुगुणा जी कहां करते थे हिमालय टूट सकता है मगर झुक नहीं सकता ।बड़ा दुर्भाग्य रहा कि वह देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सके।

योगेंद्र खंडूरी मंत्री प्रसाद नैथानी, वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार प्रदीप वेदवाल, पूर्व विधायक अनुसूया प्रसाद मैखुरी आदि ने भी स्वर्गीय बहुगुणा के साथ गुजारे हुए समय की यादो को साझा किया और कहा कि आज “जब देश के अंदर सांप्रदायिक एकता के बिखरने का खतरा दिखाई दे रहा है उन जैसे नेता की बड़ी भारी आवश्यकता थी।”

नील रोहिदास नाडर ने अंत में कहा कि केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम में बहुगुणा शताब्दी समारोह का समापन होना था व केरल के मुख्यमंत्री ने इस में आना स्वीकार किया था। परंतु को कोरोना की वजह से यह कार्यक्रम रोकना पड़ा ।उन्होंने कहा  यह कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ है स्थगित हुआ है और जैसे ही कोरोना का भूत भागेगा हम लोग केरल में स्वर्गीय बहुगुणा जी के जन्म शताब्दी समारोह का समापन करेंगे। और अपने दिवंगत महान नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे । उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित तमाम लोगों को इस कार्यक्रम में आने का न्योता दिया।

इस मौके पर धीरेंद्र प्रताप द्वारा रखे गए एक प्रस्ताव में स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के राष्ट्रीय कद और योगदान को देखते हुए उनकी एक आदम कद प्रतिमा दिल्ली में संसद भवन में और देहरादून और गैरसैण की विधानसभा में लगाए जाने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया।