Kanwar Yatra

Kanwad Yatra 2021: सावन के पवित्र महीने में देश के विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड की धर्म नगरी/तीर्थ नगरी हरिद्वार आने वाले लाखों शिव भक्त (कांवड़ियों) की टोली लगातार दूसरे साल नहीं दिखाई देगी। कोरोना की संभावित तीसरी लहर और कई राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले आने के चलते उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष भी कांवड़ यात्रा न करने का फैसला लिया है। करीब 10 से 15 दिन तक चलने वाली कांवड़ यात्रा इस साल 25 जुलाई से शुरू होनी थी और 6 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने इसे रद्द करने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि हर साल कांवड़ यात्रा में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत कई अन्य राज्यों के लाखों की संख्या में कांवड़ियां गंगा जल लाने के लिए तीर्थ नगरी हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी आते हैं। जहां से गंगाजल लेकर ये शिवभक्त शिवरात्रि पर अपने-अपने क्षेत्रों के शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं।

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि इस साल भी कांवड़ यात्रा को रद्द करने का फैसला किया गया है और इसको लेकर आधिकारिक आदेश एक-दो दिन में जारी हो जाएगा। गत वर्ष भी कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया था।

एक अनुमान के मुताबिक हर सावन में लगने वाले कांवड़ मेले में 500 करोड़ रुपए का कारोबार होता है। इसमें उत्तराखंड के ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों से लोग उत्तराखंड आकर व्यापार करते हैं।