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ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध नगर जनपद के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में एक हजार एकड़ में बसाई जाने वाली फिल्म सिटी देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी। यमुना क्षेत्र में फिल्म सिटी बनने से लाखों लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही इसके अलावा एनसीआर या यूँ कहें कि उत्तर भारत के कलाकारों को मायानगरी मुंबई के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बतादें कि मुंबई की फिल्म सिटी मात्र 58 एकड़ में है। हालांकि हैदराबाद की रामोजी फिल्म सिटी करीब दो हजार एकड़ में क्षेत्र में फैली है, लेकिन वहां आधे से ज्यादा हिस्से में वन विभाग की जमीन है, जिस पर निर्माण नहीं हो सकता है। इस लिहाज से यमुना क्षेत्र के सेक्टर 21 में बनने वाली फिल्म सिटी देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी। जिस पर 20 हजार करोड़ रूपये का निवेश होगा। फिल्म सिटी में एक लाख से अधिक लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा

यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे फिल्म सिटी बनने से उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाला हाईटेक जनपद गौतमबुद्धनगर राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकेगा। इससे तीनों शहरों नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी। एनसीआर क्षेत्र के कलाकारों को विशेष लाभ मिलने के साथ बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। छोटे व बड़े पर्दे पर आने के लिए मुंबई के चक्कर लगाने से छुट्टी मिल जाएगी। फिल्म सिटी को मंजूरी मिलने से क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त खुशी दिख रही है। फिल्म सिटी पर काम शुरू होने से प्रॉपर्टी के दामों में भी उछाल आने की उम्मीद जताई जा रही है। दरअसल फिल्म स्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से मुंबई में बवाल मचा हुआ है। फिल्म इंडस्ट्री के बड़े दिग्गजों पर भेदभाव के साथ कई गंभीर आरोप लग रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नजदीक फिल्म सिटी बसाने की घोषणा कर सबको चौंका दिया। बीते सप्ताह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में फिल्म सिटी बनाने का प्रस्ताव भेजने को कहा था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर तीनों प्राधिकरण ने अपने- अपने क्षेत्र में फिल्म सिटी का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। मुख्यमंत्री को यमुना प्राधिकरण का प्रस्ताव पसंद आ गया है। अब प्राधिकरण शासन के दिशा निर्देशों पर आगे की औपचारिकताएं पूरी करेगा। बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ जमीन फिल्म सिटी के लिए प्रस्तावित है। फिल्म सिटी के लिए यह लोकेशन के लिहाज से सर्वाधिक मुफीद है। यहां से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, मथुरा, आगरा, लखनऊ, जयपुर, गुरूग्राम, उत्तराखंड आदि स्थानों पर आसानी से शूटिंग के लिए पहुंचा जा सकता है। यमुना एक्सप्रेसवे को भी शूटिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो मार्ट, हाइवे के किनारे की लोकेशन आदि कई ऐसे स्थान हैं,जहां पर फिल्मों की शूटिंग हो सकती है। प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े मनवीर मावी का कहना है कि फिल्म सिटी बनने से प्रॉपर्टी के दामों में 25 प्रतिशत तक की ग्रोथ हो सकती है। रोजगार के अवसर पैदा होने पर ज्यादा से ज्यादा लोग यहां रहना पसंद करेंगे।