धारी की रामलीला : इन दिनों धारी गांव में चल रही रामलीला मंचन में बड़ी संख्या में दूर-दराज के गांवों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मनियारस्यूं पट्टी की इस प्रसिद्ध रामलीला में पौड़ी, सतपुली व आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। आज पांचवें दिन सीता हरण का दृश्य को देखने सैकड़ों की संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु धारी गांव पहुंचे। उल्लेखनीय है कि धारी की रामलीला एक अनूठी रामलीला है, यहां पर जो भी रामलीला का दर्शन आस्था पूर्वक करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। ऐसा यहां के बुजुर्ग व रामलीला के पुराने कलाकार बताते हैं।

आज पंचम दिवस पर सीता हरण का दृश्य दर्शकों को भाव विभोर कर गया। रामलीला का पांचवा दिवस पर रविवार की छुट्टी होने के कारण रामलीला ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था। रामलीला देखने आये लोगों में जिला पंचायत सदस्य गड़कोट संजय डबराल, पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह नेगी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नवीन भट्ट, ग्राम प्रधान मल्ली जयवीर सिंह रावत, सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी, पौड़ी से प्रधानाचार्य विद्या मंदिर विकास मार्ग राकेश नौडियाल, प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंन्दिर तिमली संजय ममगाई आदि प्रमुख दर्शक मौजूद रहे।

धारी गांव के सामाजिक कार्यकर्ता जसवीर बताते हैं कि रामलीला का विशेष महत्व छठवां दिन होता है। जब हनुमान जी की राम जी से भेंट होती है। उस समय हनुमान का चरित्र निभाने वाले कलाकार मंचन के दौरान हनुमान का चरित्र में इतना डूब जाते हैं कि उन पर साक्षात रूप में हनुमान अवतरित हो जाते हैं। सोमवार को इगास त्यौहार की छुट्टी घोषित होने से कल रामलीला मंचन में बड़ी संख्या में श्रद्दालुओं के आने की उम्मीद है। साथी कल इस विशेष पर्व पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने सभी लोगों से हनुमान जी का आशीर्वाद लेने एवं प्रसाद ग्रहण करने की अपील की है। इन दिनों धारी गांव में रामलीला मंचन के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी लोग पहुंच रहे हैं। इन दिनों गांव में शादियों का सीजन भी है जिसके चलते  इन दिनों धारी गांव में बड़ी रौनक लौट आई है। सोमवार को रामलीला का मुख्य दिवस माना जा रहा है। छठवां दिवस राम और हनुमान मिलन का मुख्य आकर्षण रहेगा। धारी गांव के त्रिलोक सिंह रावत ने बताया कि सोमवार को छठवां दिन भारत सिंह रावत हाल निवासी मुलखण्डी के परिवार की तरफ से विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।

धारी गांव से जगमोहन डांगी एवं तनूजा रावत की रिपोर्ट