भारतीय टीम द्वारा टी20 वर्ल्ड कप-2024 का ख़िताब जीतने के बाद एक-एक कर टीम इंडिया के तीन खिलाड़ियों ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास की घोषणा कर दी है। सबसे पहले शनिवार को विराट कोहली ने प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड लेने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास का ऐलान किया। फिर रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना अपने सन्यास की बात कही।
इन दोनों के बाद आज यानी रविवार को टीम इंडिया के स्टार आल राउंडर रवींद्र जडेजा ने भी टी20 अंतरराष्ट्रीय से सन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इसकी जानकारी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी। हालांकि, वह भारत के लिए अन्य प्रारूपों में खेलते रहेंगे। जडेजा ने लिखा, “पूरे दिल से आभार जताते हुए मैं टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों को अलविदा कहता हूं। गर्व से सरपट दौड़ने वाले एक दृढ़ घोड़े की तरह मैंने हमेशा अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और अन्य प्रारूपों में भी ऐसा करना जारी रखूंगा। टी20 विश्व कप जीतना एक सपना सच होने जैसा था, मेरे टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का एक शिखर। यादों, उत्साह और अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद। जय हिंद।”
35 वर्षीय रवींद्र जडेजा ने भारत के लिए 2009 में डेब्यू किया था। इस प्रारूप में उन्होंने कुल 74 मैच खेले। इनमें स्टार ऑलराउंडर ने 127.16 के स्ट्राइक रेट से 515 रन बनाए और 54 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा बाएं हाथ के गेंदबाज ने भारतीय टीम का टी20 विश्व कप में 2009 से 2024 तक प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने कुल 30 मैच खेले। इनमें जडेजा ने कुल 130 रन बनाए और 22 विकेट अपने नाम किए। वहीं, एशिया कप में उन्होंने छह मैच खेले। इनमें उन्होंने दो पारियों में 35 रन बनाए और चार विकेट चटकाए।
टी20 विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने की बात करें तो पहले नंबर पर विराट और दूसरे नंबर पर रोहित शर्मा हैं। विराट ने टी20 विश्व कप में 35 मैचों में 58.72 के औसत और 128.81 के स्ट्राइक रेट से 1292 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 15 अर्धशतक लगाए। नाबाद 89 रन टी20 विश्व कप में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है।
रोहित ने टी20 विश्व कप के 47 मैचों में 34.85 की औसत और 133.04 के स्ट्राइक रेट से 1220 रन बनाए। इनमें 12 अर्धशतक शामिल हैं। 92 रन उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है। विराट ने टी20 विश्व कप में 111 चौके और 35 छक्के लगाए हैं, जबकि रोहित ने टी20 विश्व कप में 115 चौके और 50 छक्के जड़े हैं। रोहित 2007 से अब तक हर टी20 विश्व कप खेलने वाले भारत के एकमात्र खिलाड़ी हैं।