पौड़ी: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव, पौड़ी गढ़वाल के तत्वाधान में आयोजित वेबीनार के द्वारा डॉ आशीष चौहान जिला अधिकारी पौड़ी गढ़वाल ने प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल कुलपति दून विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में जनपद पौड़ी के 11 पीएम विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में विदेशी भाषा कार्यक्रम के अंतर्गत चीनी भाषा शिक्षण अधिगम की महत्वपूर्ण कार्य योजना को प्रारंभ किया।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉक्टर नारायण प्रसाद उनियाल प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव के द्वारा अवगत कराया गया कि जिलाधिकारी गढ़वाल के निर्देश पर वार्षिक कार्य योजना 2024-25 के अंतर्गत स्वीकृत विदेशी भाषा कार्यक्रम में जनपद के 11 पीएम स्कूलों में चीनी भाषा सीखने का बीड़ा उठाया गया। इन 11 विद्यालयों में चार विद्यालय बालिका विद्यालय है जो क्रमशः राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पौड़ी, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कण्वघाटी और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कोटद्वार है। इसी प्रकार एक आवासीय विद्यालय राजीव गांधी नवोदय विद्यालय संतुधार को भी चयनित किया गया है । शेष 6 विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज तरपालीसैण और राजकीय इंटर कॉलेज बगवाड़ी थलीसैंण, दूरस्थ विकासखंड रिखणीखाल से राजकीय इंटर कॉलेज द्वारी पनाऊ एवं राजकीय इंटर कॉलेज बल्ली कोटद्वार तथा राजकीय इंटर कॉलेज भृगुखाल, यमकेश्वर और राजकीय इंटर कॉलेज बाजरौं बीरौखाल को चयनित किया गया। ये सब विद्यालय केंद्र पोषित महत्वाकांक्षी परियोजना पीएमके अंतर्गत आते हैं । इन विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 11 में पंजीकृत 373 छात्र-छात्राओं एवं उनके एक शिक्षक को व प्रधानाचार्य को इस महत्वाकांक्षी परियोजना से जोड़ा गया है। इसमें संपूर्ण अकादमी सहयोग दून विश्वविद्यालय देहरादून के चीनी भाषा विभाग के द्वारा प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यक्रम के संयोजक प्राचार्य डाइट स्वराज सिंह तोमर के द्वारा कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला गया और अब तक की इस कार्यक्रम की उपलब्धियों की जानकारी सम्मानित अतिथियों व छात्र-छात्राओं के साथ साझा की गई।
कार्यक्रम के अकादमिक समन्वयक डॉ शैकी चन्द्रा विभागाध्यक्ष चीनी भाषा विभाग दून विश्वविद्यालय के द्वारा कार्यक्रम का रोड मैप प्रस्तुत किया गया। उनके द्वारा चीनी भाषा सीखने से छात्र एवं देश हित में होने वाली जानकारियां साझा की गई। उन्होंने कहा कि इस भाषा से जहां राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी, साथ ही छात्रों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने यह भी साझा किया कि इस कार्यक्रम को आगे बढ़कर विश्वविद्यालय ने अपने पाठ्यक्रम में कार्य अनुभव शिक्षा के रूप में जोड़कर स्कूली शिक्षा के छात्राओं का मार्गदर्शन करने का निश्चय किया है।
वेबीनार में विशिष्ट अतिथि व कार्यक्रम के मार्गदर्शक जिनकी प्रेरणा और निर्देशन में यह कार्य शुरू किया जा रहा है डॉक्टर आशीष चौहान जिला अधिकारी गढ़वाल ने शिक्षकों, अधिकारियों एवं छात्रों से जानकारी प्राप्त कर इस कार्यक्रम की विशेषता और कार्यक्रम के दूरगामी प्रभावों के बारे में छात्रों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने दून विश्वविद्यालय की कुलपति महोदय से आग्रह किया कि वह बच्चों का इंटर एक्सचेंज प्रोग्राम के प्रस्ताव के साथ-साथ स्कूली शिक्षकों के चीनी भाषा शिक्षण की कार्य योजना के लिए मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया, जिसमें उन्होंने प्रशासनिक व वित्तीय संसाधनों की किसी भी कमी को न होने देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कार्यक्रम की गंभीरता को लेते हुए समस्त विद्यालय के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए कि यह कार्यक्रम दूरगामी व छात्रोंन्मुखी है इसलिए इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। छात्रों के मुख्य विषय के अध्ययन और अध्यापन में किसी प्रकार का कोई रुकावट ना हो इसकी व्यवस्था विद्यालय प्रशासन करें। प्रशासनिक और अकादमी आधार पर कार्यक्रम की समय-समय पर समीक्षा करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। कार्यक्रम के आउटपुट की प्रत्येक माह रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रौफेसर सुरेखा डंगवाल कुलपति दून विश्वविद्यालय के द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव के प्रयासों तथा जिलाधिकारी गढ़वाल के नवोन्मेषी कार्य की सराहना की । उन्होंने कहा कि डॉ आशीष चौहान जहां भी रहते हैं वह कुछ ना कुछ नया करते रहते हैं। वे समाज के लिए और विशेष रूप से छात्रों के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं। उन्होंने पिथौरागढ़ मे अपने कार्यकाल में वहां की साड़ियां को ब्रांडेड बना करके महिलाओं के आजीविका से जोड़ने का प्रयास किया। ठीक इसी प्रकार जनपद पौड़ी मे विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को इस प्रकार के नवाचारी व बहुउद्देशीय कार्यक्रम को जोड़ते हुए रोजगार के सृजन, ग्लोबल मार्केटिंग के लिए विदेशी भाषा की आवश्यकता और सीमांत क्षेत्र होने के नाते राष्ट्रीय सुरक्षा की मजबूती को ध्यान में देखते हुए इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रहे हैं। इसके लिए दून विश्वविद्यालय पूरा प्रयास करेगा कि वह इन 11 शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए समय-समय पर ऑफलाइन कार्यशाला आयोजित करें। उन्होंने अपने विभागाध्यक्ष डॉ शैकी चंद्रा को निर्देशित किया कि वह जिला अधिकारी के निर्देश के अनुसार बच्चों व शिक्षकों के ताइवान के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम जिसमें वैज्ञानिक, तकनीकी, साहित्य व कला के साथ व्यावसायिक क्षेत्र में बच्चे अध्ययन के लिए जा सके को विकसित करने का प्रयास करें। उन्होंने जोर देकर कहा की विद्यालयी शिक्षा में हमें सरकारी तंत्र को इतना मजबूत करना होगा कि अभिभावक निजी विद्यालयों की तरफ न जाए क्योंकि सरकारी विद्यालयों में जो शिक्षक हैं वह उच्च स्तर के योग्यता धारी है। अतः हम विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ उच्च स्तर की शिक्षा को भी तभी मजबूत कर सकते हैं जब विद्यालय शिक्षा मजबूत रहेगी। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए दून विश्वविद्यालय से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी रणजीत सिंह नेगी के द्वारा भी सभी का आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने जिला अधिकारी को आश्वस्त किया कि वे इस महत्वाकांक्षी परियोजना को स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए आगे बढ़ाएंगे। अंत में डायट प्राचार्य स्वराज सिंह तोमर के द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। इस वेबीनार में जनपद के समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, डायट के संकाय सदस्य जनपद के 11 पीएमस्कूलों के प्रधानाचार्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।