ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर अल्फा-2 के एक मकान में गुरुवार की रात अज्ञात बदमाशों ने बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या कर दी। दंम्पत्ति मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के चचेरे भाई व भाभी थे। दोहरे हत्याकाण्ड से शहर में सनसनी फ़ैल गई। वारदात के बाद बदमाशों ने मकान में लूटपाट की। सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था लव कुमार, डीपीसी राजेश कुमार सिंह व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने मौके से फिंगर प्रिंट भी लिये हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सेक्टर अल्फा-2 के मकान नम्बर आई-24 में रहने वाले नरेंद्र नाथ (72) व उनकी पत्नी सुमन नाथ (64) समाज सेवी थे। सुमन नाथ निशुल्क योग प्रशिक्षण देती थीं। वहीं नरेंद्र नाथ असहाय लोगों की मदद करते रहते थे। शुक्रवार सुबह डब्ल्यूएचओ सोसायटी में रहने वाले दम्पत्ति के पुत्र रोहित व सरिता विहार में रहने वाली बेटी ने उनके मोबाइल पर फोन किया। फोन न उठने के चलते बात नहीं हो सकी। इसके चलते परिजन सेक्टर अल्फा-2 स्थित मकान पर पहुंच गये। मकान का दृश्य देखकर सभी दंग रह गये। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। घर में रखी सभी अलमारियां खुली पड़ी थी और सामान बिखरा पड़ा था। आशंका जतायी जा रही है कि बदमाशों ने हत्या करने के बाद मकान में लूटपाट की है।
बदमाशों ने सुमन नाथ की गोली मारकर हत्या की थी। वह नरेंद्र नाथ के मुंह पर टेप लगी थी। सुमननाथ का शव कमरे में मिला था। वहीं नरेंद्रनाथ का शव बेसमेंट स्थित एक स्टोर में मिला। उनके पीछे हाथ बंधे हुए थे। उनके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं, जिससे पता चलता है कि उसकी पीट पीट कर हत्या की गयी है। बेटे रोहित का कहना है कि कोई लड़ाई झगड़ा नहीं हुआ था। मम्मी ने रात 11 बजे उनकी बहन से फोन पर बात की थी। उन्होंने बताया था कि नीचे पार्टी चल रही है। डीसीपी का कहना है कि घर में देर रात तक पार्टी हुई थी। पुलिस को साक्ष्य मिले हैं कि हत्यारों और नरेंद्र नाथ ने साथ बैठ कर शराब पी थी। यह भी पता चला है कि बुजुर्ग दम्पत्ति ने कुछ लोगों को ब्याज पर पैसा दिया था।
दंपत्ति के मकान में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे लेकिन पुलिस आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है। बुजुर्ग दम्पत्ति की हत्या करने के बाद बदमाशों ने जमकर शराब पी और दावत उड़ायी। बेसमेंट में मेज पर कीमती शराब की बोतल व 6 गिलास रखे थे। इसके अलावा खाने पीने का सामान भी रखा था। पता चला है कि नरेंद्रनाथ अक्सर कुछ लोगों को घर पर खाने पर बुलाते थे। इसका सुमननाथ विरोध करती थीं।
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