Rahul Gandhi said in the press conference

राहुल गांधी संसद की सदस्यता रद होने के बाद शनिवार को राहुल गांधी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। इस मौके पर प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश मौजूद थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला।

कांग्रेस नेता ने कहा कि वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रहे हैं और डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी अडाणी समूह से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए उन पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा रही है। राहुल ने कहा कि संसद में मेरे भाषण को रोका गया। मैंने स्पीकर को डिटेल में चिट्ठी लिखी। मैंने कहा कि अडानी को एयरपोर्ट नियमों को बदलकर दिए गए हैं। मैंने बदले गए नियमों की कॉपी भी दी। कोई फर्क नहीं पड़ा। राहुल गांधी ने आगे कहा कि संसद में मंत्रियों ने मेरे बारे में झूठ बोला। उन्होंने (मंत्रियों) कहा, मैंने विदेशी ताकतों से मदद मांगी। मैंने स्पीकर को दो चिट्ठी लिखी, लेकिन जवाब नहीं आया फिर मैं उनके चेंबर में गया। मैंने उनसे कहा कि ये लोग मेरे पर झूठे आरोप लगाए हैं, मुझे बोलने क्यों नहीं दे रहे हैं। स्पीकर सर मुस्कुराते हैं और कहते हैं कि मैं नहीं कर सकता।

राहुल गांधी ने कहा, “असली सवाल यह है कि अदाणी समूह में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, वो पैसा किसका है?” उन्होंने दावा किया कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे डरे हुए थे कि वह फिर से सदन में अडाणी मामले पर बोलेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा, “अदाणी जी की शेल कंपनी हैं, उनमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने निवेश किया है, ये पैसे किसके हैं? यह सवाल मैंने पूछा। मोदी जी और अडाणी जी के रिश्ते के बारे में पूछा। मेरी बातों को सदन की कार्यवाही से हटाया गया।”

राहुल ने कहा कि वायनाड के लोगों के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता है। फैमिली और प्यार का रिश्ता है। मैंने सोचा कि मैं वायनाड के लोगों के लिए चिट्ठी लिखूं कि मेरे दिल में उनके लिए क्या है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके अलावा उन्होंने संसद में अपनी स्पीच हटाने पर भी बात की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम केस में दो साल की सजा सुनाने के बाद शुक्रवार को स्पीकर ओम बिरला ने उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी। उन्हें सूरत सेशंस कोर्ट ने दोषी करार दिया है।

हालांकि अभी उनके पास ऊपर की अदालत में अपील करने का विकल्प है। इधर राहुल के खिलाफ इस एक्शन पर कांग्रेस ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की स्थिति के बारे में दुनिया को एक बहुत ही खराब संकेत भेज रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब एक रिपोर्टर ने उनसे लंदन में दिए गए भाषण को लेकर सवाल पूछा तो राहुल गांधी काफी गुस्से में नजर आए। राहुल गांधी से पूछा गया कि संसद में आपसे बीजेपी के नेता माफी मांगने के लिए बोल रहे थे तो आपने माफी क्यों नहीं मांगी। आप इस बारे में क्या सोचते हैं। इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने जवाब दिया कि राहुल गांधी सोचता है कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं।

राहुल ने कहा, ‘‘मुझे अयोग्य ठहराया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री मेरे अगले भाषण से डरे हुए थे जो अदाणी पर होने वाला था। मैंने उनकी आखों में यह डर देखा है।’’ उन्होंने कहा कि मुझे सदस्यता मिले या नहीं मिले। मुझे स्थायी रूप से अयोग्य ठहरा दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता कि संसद के अदंर रहूं या नहीं रहूं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अडानी का नरेंद्र मोदी से क्या रिश्ता है? इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता। इनको लगता है कि मेरी सदस्यता रद करके, डराकर, धमकाकर, जेल भेजकर मुझे बंद कर सकते हैं। मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा।

राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बीजेपी नेता रवि शंकर प्रसाद ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि यह पीसी राहुल गांधी के तमाशे का भंडाफोड़ करने के लिए बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि-राहुल गांधी ने एक बार फिर मामले को भटकाने की कोशिश की है। उन्होंने का दावा किया कि राहुल ने कहा था मैं सोच समझ कर बोलता हूं। उन्होंने पूछा कि 2019 में राहुल गांधी ने क्या कहा था। अगर राहुल को गाली देने का अधिकार है तो पीड़ितों को कानूनी उपचार पाने का अधिकार है। ऐसे सात मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में सिम्पेथी वोट बटोरने के लिए यह सब जानबूझकर किया जा रहा है। राहुल गांधी नाखून काटकर शहीद बनना चाहते हैं।