डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टिहरी झील पर निर्मित देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज (मोटरेबल सिंगल लेन झूला पुल) का रविवार को उद्घाटन किया। बहुप्रतिक्षित डोबरा-चांठी पुल बन जाने से से टिहरी जिले के प्रतापनगर क्षेत्र की करीब ढ़ाई लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। उत्तराखंड के टिहरी जिला मुख्यालय को प्रताप नगर ब्लॉक से सीधे जोड़ने वाले डोबरा-चांठी के निर्माण का कार्य 2006 में शुरू हुआ था। आज करीब 14 वर्षों के लम्बे इंतजार के बाद प्रतापनगर के लोगों के लिए यह सौगात मिली है।
इस ब्रिज की कुल लंबाई 725 मीटर है। इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है, जबकि 260 मीटर आरसीसी डोबरा क्षेत्र की ओर और 25 मीटर स्टील गार्डर चांठी की ओर है। 440 मीटर लंबा डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज भारत का सबसे लम्बा मोटरेबल सिंगल लेन झूला पुल है। टिहरी झील के ऊपर डोबरा चांठी पुल से 3 लाख से ज्यादा की आबादी को जिला मुख्यालय तक आने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। 40 किमी लंबी विशाल टिहरी झील के ठीक ऊपर देश के इस सबसे लंबे मोटर झूला पुल को बनाने में भारत, कोरिया और चीन के इंजीनियरों का हुनर दांव पर लगा है। पुल के टावर की ऊंचाई कुतुबमीनार से महज 34 फीट कम है। इतनी ऊंचाई से इस पुल को बनाने में इंजीनियरों ने अपना समूचा ज्ञान और अनुभव झोंक दिया है। इस पर 15 टन तक भारी वाहन गुजर सकते हैं।
टिहरी झील पर बने देश के सबसे लंबे सस्पेंशन पुल डोबरा चांठी के लोकर्पण अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि डोबरा पुल सिर्फ प्रतापनगर ओर टिहरी ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में पर्यटन की नई परिभाषा है। इससे दुनिया भर के पर्यटक यहां आएंगे और डोबरा नया पर्यटक स्थल बनेगा। इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, संसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत, विधायक विजय सिंह पंवार, धन सिंह नेगी, विनोद रतूड़ी आदि मौजूद रहे।