Kumbh Mela accountant dies after bluetooth headphone explodes

हरिद्वार : उद्यान विभाग में तैनात और वर्तमान में कुंभ मेला प्रशासन में वरिष्ठ लेखाकार का कार्य संभाल रहे संजय शर्मा की हेडफोन फटने से मौत हो गई। हादसा जिला मुख्यालय रोशनाबाद की कोर्ट कालोनी में हुआ।

जानकारी के मुताबिक संजय शर्मा रविवार रात ब्लूटूथ हेडफोन लगाकर मोबाइल पर गाने सुन रहे थे। इस बीच उनकी मां को ब्लास्ट होने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद संजय की मां ने आसपास देखा, लेकिन कुछ नजर नहीं आया। बाद में वह संजय के कमरे में गईं तो देखा कि कान पर लगा हुआ हेडफोन फटा हुआ है। हेडफोन की बैटरी फटने से संजय की गर्दन में बायीं ओर घाव बना था। इसके बाद गंभीर अवस्था में संजय को जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।

पुलिस के मुताबिक मूलरूप से जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश निवासी संजय शर्मा उद्यान विभाग हरिद्वार में लेखाकार के पद पर कार्यरत थे। वह एक पैर से दिव्यांग थे और करीब छह माह पहले उन्हें कुंभ मेला अधिष्ठान में अटैच किया गया था। इसके बाद से वह कुंभ मेले में वरिष्ठ लेखाकार का काम संभाल रहे थे। संजय शर्मा की पत्नी उनसे अलग रहती है। वह अपनी मां व दो बच्चों के साथ कोर्ट कालोनी में बने सरकारी आवास में रहते थे। रविवार रात संजय शर्मा कान में ब्लूटूथ हेडफोन लगाकर कमरे में मोबाइल पर गाने सुन रहे थे, जबकि उनकी मां व बच्चे बगल के कमरे में सो रहे थे। अचानक तेज आवाज सुनकर उनकी मां की आंख खुली। उन्होंने संजय शर्मा के कमरे में जाकर देखा तो वह लहुलुहान हालत में पड़े हुए थे। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने संजय शर्मा को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर एसओ सिडकुल लखपत बुटोला मौके पर पहुंचे और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। सोमवार सुबह शव का पोस्टमार्टम कराया गया। थानाध्यक्ष लखपत बुटोला ने बताया कि प्रथम दृष्टया ब्लूटूथ इयरफोन फटने से उनकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगी।

संजय शर्मा की मौत के पीछे ब्रेन हेमरेज का अंदेशा भी जताया जा रहा है। हालांकि, अभी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि उनके सिर में छेद भी मिला है, जिससे ब्लूटूथ इयरफोन फटने को ही मौत का कारण माना जा रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि लोकल और लंबे समय तक हेडफोन के इस्तेमाल से बैटरी फटने की संभावना बढ़ जाती है। लंबे समय तक गेम खेलने, गाने सुनने या बात करने के लिए हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं। वहीं बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई के लिए हेडफोन प्रयोग करते हैं। इससे न केवल कानों की सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है, बल्कि बैटरी फटने से हादसा भी हो सकता है।