Work boycott of Swajal employees continues on 10th day

पौड़ी : स्वजल राज्य कर्मचारी संगठन के आव्हान पर विगत 7 माह से वेतन भुगतान न होने से आक्रोशित स्वजल क्रमिक पौड़ी के कर्मचारियों द्वारा 24 सितंबर 2020 से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया गया है। कर्मचारी एक सप्ताह पूर्व से काली पट्टी बांधकर कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं। इससे पहले निदेशालय के आश्वासन पर 15 सितंबर 2020 से प्रस्तावित कार्य बहिष्कार को कर्मचारी संघ द्वारा आगामी एक सप्ताह तक स्थगित किया गया था। मार्च 2020 से वेतन का भुगतान न होने से सभी कर्मचारी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। तथा अपने-अपने घरों से दूर रहते हुए भी भवन किराया, बच्चों की फीस व रोजमर्रा की जरूरत के सामान खरीदने में भी असमर्थ हैं। निदेशालय की अनदेखी के कारण ही कर्मचारी ऐसी भयानक परिस्थिति को झेलने को मजबूर हैं। बता दें कि स्वजल परियोजना में कार्यरत अधिकतर कर्मचारी अविभाजित उत्तर प्रदेश के समय से पूर्ण मनोयोग के साथ अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। स्वजल के कर्मचारियों द्वारा स्वजल, स्वजलधारा, सेक्टर कार्यक्रम, संपूर्ण स्वच्छता अभियान, निर्मल भारत अभियान, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) तथा जल जीवन मिशन जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के क्रियान्वयन हेतु अपना योगदान पूर्णता से दिया गया है। संगठन के जिला अध्यक्ष विजय प्रकाश गैरोला ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी सभी कर्मचारी अपने परिवार की चिंता करे बगैर भी अपनेअपने कार्यों को पूर्ण निष्ठा के साथ निष्पादित कर रहे हैं। जिसमें हमारे कई साथी कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। स्वजल परियोजना पिथौरागढ़ की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। इतना कुछ होने के उपरांत भी शासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। कर्मचारियों का कहना कि एक सप्ताह के अंदर यदि लंबित वेतन का भुगतान व सेवा विस्तार न होने की स्थिति में स्वजल कर्मचारी संघ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी निदेशालय/संबंधित अधिकारियों की होगी। कार्यकारिणी में विजय प्रकाश गैरोला, प्रकाश चंद्र, पूरण बिष्ट, सुलेखा पोखरियाल, प्रमोद कुमार, वीरेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे। स्वच्छता प्रहरी के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी ने भी स्वजल कर्मियों के कार्य बहिष्कार का समर्थन किया।