Flat buyers of Mahagun Mantra 2 society of Greater Noida West got angry against the builder

ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ग्रुप हाउसिंग सोसायटी महागुन मंत्रा-2 के फ्लैट खरीददारों ने शनिवार को बिल्डर की मनमानी और लेटलतीफी के खिलाफ मोर्चा खोला. फ्लैट बायर्स का आरोप है कि सोसायटी में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। बिजली पानी से लेकर साफ-सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है। स्वीमिंग पूल की उचित व्यवस्था नहीं है। सोसायटी में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। सोसायटी की हालत अभी से जर्जर होने लगी है। बार-बार लिखित व मौखिक शिकायत करने के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।

बायर्स का कहना है कि कई लोगों को फ्लैट की पूरी रकम चुकाने के बाद भी बिल्डर ने अभी तक फ्लैट्स आवंटित नहीं किये हैं और जिन लोगों को फ्लैट आवंटित किये हैं उनकी न तो रजिस्ट्री हुयी है और न हीं दूसरी बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं. लोगों का कहना है कि फ्लैट रजिस्ट्री, बिजली के साथ कई और मांग लंबे समय से उठाई जा रही है, लेकिन हम बायर्स की कोई सुनने वाला नहीं है। पूरा भुगतान करने के बाद भी रजिस्ट्री की प्रक्रिया अटकी पड़ी है। लोगों का आरोप है कि बिल्डर ने झूठे सपने दिखाकर सोसायटी के लोगों को मूलभूत सुविधाओं से लैस होने का दावा कर फ्लैट खरीदारों को लूटने का प्रयास किया है।

इसी को लेकर शनिवार को महागुन मंत्रा 2 सोसाइटी के 100 से ज्यादा फ्लैट खरीदारों ने महागुन बिल्डर के नोएडा सेक्टर 63 स्थित हेड ऑफिस पहुंचकर बिल्डर प्रबंधन के कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान सोसाइटी निवासियों ने सीएमडी धीरज जैन से मुलाकात करनी चाही। लेकिन धीरज जैन ने शनिवार को दफ्तर नहीं आये और सोमवार 5 जून को मिलने का संदेश भिजवाया और कुछ आश्वासन भी दिए.

मज़बूरी में रह रहे हैं लोग

सोसायटी के बायर्स उमाशंकर, हर्ष, गौरव, नवीन, राजन, मनमोहन, विनोद, मुकेश, शोभा, नेहा, प्रवीण, कुंतल, देवनारायण, मनोज और अन्य बायर ने बताया कि 1 साल पहले पजेशन ऑफर किए जाने के बाद भी गंगा, गायत्री टावर में अभी तक 510 में से सिर्फ 150 फ्लैट ही बिल्डर ने सौंपे हैं। सोसाइटी निवासी शशांक रस्तोगी ने बताया कि सोसाइटी में बिजली-पानी, लीकेज, साफ-सफाई समेत ढेरों समस्याएं हैं। क्लब हाउस और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं नहीं है, जबकि फ्लैट बेचते समय बिल्डर की ओर से ये सब सुविधायें देने का वादा किया गया था। उन्होंने बताया कि सोसाइटी में आवारा कुत्ते भी सोसायटी में घूमते रहते हैं, हालात रहने लायक नहीं है, लेकिन EMI और किराए की दोहरी मार से बचने के लिए वायर जोखिम लेकर वहां रहने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि अभी बिल्डर की ओर से 5 जून का आश्वासन दिया है। सोमवार को डायरेक्टर धीरज जैन बायर्स के बीच जाएंगे और उनके मुलाकात कर समस्याओं का समाधान करेंगे। इसके बाद सोसायटी निवासियों ने कहा कि उसके बाद भी कोई समाधान नहीं निकला तो आगे की रणनीति तय की जाएगी।